4 वर्षीय डिग्री कोर्स एवं सत्र अनियमितता को लेकर AIDSO का प्रदर्शन

बिहार की राजधानी पटना में 4 वर्षीय डिग्री कोर्स एवं सत्र अनियमितता तथा अन्य शैक्षिक समस्याओं के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. यह प्रदर्शन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (AIDSO) की ओर से पाटलिपुत्रा विश्विद्यालय गेट पर किया गया. इस प्रदर्शन के जरिए 4 वर्षीय डिग्री कोर्स पर रोक लगाने की मांग की गई. 

पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय गेट पर छात्रों को संबोधित करते हुए एआईडीएसओ की बिहार राज्य सचिव मंडलीय सदस्या सह पटना जिला संयोजिका शिमला मौर्या ने कहा, “ वर्तमान शैक्षणिक सत्र से ही 4 वर्षीय डिग्री कोर्स लागू करने के निर्णय को लेकर छात्र, शिक्षक एवं शिक्षा प्रेमी लोग काफी चिंतित हैं. इस बात का कोई स्पष्ट जवाब नहीं है कि तीन वर्षीय डिग्री कोर्स में अतिरिक्त एक साल क्यों बढ़ाया गया है.” 

उन्होंने आगे कहा कि एक वर्ष का अतिरिक्त फीस का बोझ लगाने से उच्च शिक्षा और अधिक महंगी हो जाएगी जिससे आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के छात्र वहन नहीं कर सकते. इससे ड्रॉप आउट की समस्या बढ़ जाएगी. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार तो रोजगार में अवसर प्रदान करने में विफल है. अब छात्रों को एक साल और शैक्षणिक परिसर में रखने की योजना बना रही है. 

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बता दें इस नई शिक्षा नीति में ‘मल्टीपल एंट्री एंड एग्जिट’ प्रणाली के तहत, यदि किसी छात्र को पहले वर्ष के दो सेमेस्टर के बाद पढ़ाई छोड़ना पड़े तो उसे एक सर्टिफिकेट डिग्री,  दूसरे वर्ष के चार सेमेस्टर के बाद डिप्लोमा, तीसरे वर्ष के छह सेमेस्टर के बाद एक सामान्य स्नातक और चौथे वर्ष के आठ सेमेस्टर के बाद मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च विद ऑनर्स की डिग्री प्रदान की जाएगी. उन्होंने नई शिक्षा नीति को मुनाफा कमाने के उद्देश्य ले लाई गई नीति बताया. 

जिला संयोजिका शिमला मौर्या ने बिहार सरकार से इस 4 वर्षीय शिक्षा एवं छात्र विरोधी डिग्री कोर्स पर रोक लगाने की मांग. साथ ही शिक्षा प्रेमी लोगों खासकर छात्र समुदाय से एकजुट होकर इसके खिलाफ एक सशक्त आंदोलन निर्मित करने का आह्वान किया. बता दें कि इस मौके पर एआईडीएसओ राज्य  सचिवमण्डल सदस्य पवन कुमार, लक्ष्मी कुमारी एवं पम्मी कुमारी,आलिया कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें.  

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