बिहार के कई शहरों में वायु प्रदूषण (Air Pollution In Bihar) तेजी से बढ़ रहा हैै. डाउन टू अर्थ में प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 11 सितम्बर 2023 को एक रिपोर्ट जारी किया गया. इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 210 में से 94 शहरों में हवा ‘बेहतर’ रही, जबकि 100 शहरों की श्रेणी ‘संतोषजनक’ रही, 13 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ रही. इस रिपोर्ट में बताया गया कि सहरसा में प्रदूषण (Pollution In Saharsa) का स्तर जानलेवा हो गया है. यहां इंडेक्स 330 का बताया गया.
सहरसा में वायु प्रदूषण (Air Pollution In Saharsa) कोई नया मामला नहीं है. 2017 में एक हिंदी न्यूज वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक, सहरसा जिले में वायु प्रदूषण काफी समय से बढ़ता जा रहा है. ठंड के समय में धुंध जानलेवा हो जाते हैं. गांव से लेकर शहर तर लगभग हर इलाके में प्रतिदिन घर बनते रहते हैं. बढती जनसंख्या के कारण हरियाली खत्म होती जा रही है. साथ ही वाहन से निकलने वाले धुएं. यह कुछ ऐसे कारण हैं जिनके वजह से सहरसा की वायु की गुणवत्ता (AQI) खराब होते जा रही है.
बता दें, लगभग यही हाल बिहार के अन्य जिलों का भी है. वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी वायु की गुणवत्ता कुछ खास अच्छी नहीं. यदि दिल्ली की बात करें तो यहां की वायु गुणवत्ता ‘संतोषजनक’ श्रेणी में है. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 53 दर्ज किया गया है. दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 53, गाजियाबाद में 33, गुरुग्राम में 67, नोएडा में 40, ग्रेटर नोएडा में 99 पर पहुंच गया है.