खेल जगत के मशहूर खिलाड़ी और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के लिए आज का दिन बेहद खास है. आज उनका 50वां जन्मदिन है. सचिन ने महज 16 साल की उम्र में टीम इंडिया में बतौर खिलाड़ी डेब्यू किया था. 24 साल क्रिकेट की दुनिया पर राज करने के बाद सचिन ने नवंबर 2013 में खेल जगत को अलविदा कह दिया. लेकिन वो आज भी अपने फैंस के सबसे प्रिय हैं. ऐसे में उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको सचिन से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे.
सचिन के भाई नेे किया था उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित
क्रिकेट जगत के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर और मां का नाम रजनी तेंदुलकर है. सचिन केे पिता एक मराठी उपन्यासकार और कवि थे. वहीं मां एक इंश्योरेंस कंपनी में कार्यरत थीं.

कहा जाता है कि सचिन का नाम मशहूर संगीतकार सचिन देवबर्मन के नाम पर पड़ा था. सचिन के भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया था. बाद में सचिन ने रमाकांत आचरेकर के सान्निध्य में रहकर क्रिकेट की बारीकियां सीखी थी.
यह भी पढ़ें: मैराथन में साड़ी पहनकर दौड़ लगाने वाली महिला का वीडियो हुआ वायरल
इंटरनेशनल में सौ शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी
सचिन तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में सौ शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं. 25 अप्रैल 1990 से 24 अप्रैल 1998 के दौरान सचिन तेंदुलकर ने लगातार 239 मैचों (54 टेस्ट और 185 वनडे) में भारत का प्रतिनिधित्व किया. किसी भी देश के लिए लगातार मैच खेलने का यह विश्व रिकॉर्ड है.
सचिन और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मिलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में 38 शतकीय साझेदारियां कीं, जो एक वल्ड रिकॉर्ड है. बता दें कि सचिन और गांगुली ने मिलकर 247 इनिंग्स में 12400 रन बनाए. सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड पाने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के नाम दर्ज हैं. दोनों खिलाड़ियों ने कुल 20-20 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया.

सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 76 बार (टेस्ट-15, वनडे-62) प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड अपने नाम किया था. विराट कोहली इस बार लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने कुल 63 प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते हैं.
जब पिता की मृत्यु के तुंरत बाद मैच खेलने आए थे सचिन
सचिन की जिंदगी में वो मुश्किल वक्त भी आया जब उन्हें पिता की मृत्यु के फौरन बाद खेलना पड़ा था. ये बात उस समय की है जब मास्टर ब्लास्टर ने विश्व कप में केन्या के खिलाफ 140 रनों की पारी खेली थी. ब्रिस्टल से खेले गए इस मैच में तेंदुलकर ने सिर्फ 101 गेंदों में 140 रनों बनाए थे. बता दें कि भारत ने इस मैच में दो विकेट पर 329 रन का स्कोर किया था. कहा जाता है कि भारत उस समय विश्व कप में संघर्ष कर रहा था. ऐसे में सचिन के बेहतरीन प्रदर्शन ने भारत को पटरी पर ला दिया. लेकिन यह पल सचिन के लिए बेहद भावनात्मक रहा था क्योंकि वह अपने पिता के निधन के बाद मैच खेल रहे थे.
यह भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर के पुंछ पर हुआ आतंकी हमला, जानें कौन थे इस हमले में शामिल लोग
क्यों ट्रैफिक में सचिन नहीं निकालते अपनी आई-8?
मास्टर ब्लास्टर कहे जाने वाले सचिन को क्रिकेट के अलावा भी कुछ चीजें बहुत पसंद हैं. इनमें टेनिस, संगीत और कार हैं. सचिन की पसंदीदा कार में से एक है बीएमडब्लू आई-8. यह एक हाईब्रिड स्पोर्ट कार है. अगर उन्हें कभी कार साफ नहीं मिलती तो वह खुद ही कर लेते हैं. एक इंटव्यू के दौरान सचिन ने बताया था कि वह अपनी आई-8 को ट्रैफिक के दौरान नहीं चलाते क्योंकि लोग उनकी कार को हाथ लगाने लग जाते हैं जो उन्हें पसंद नहीं.
टैग्स- #Sachin Tendulkar #Birthday Special #Master Blaster #Cricket News