पैतृक गांव में Colonel Manpreet Singh का हुआ अंतिम संस्कार, गांव वालों ने खुद रास्ता साफ किया, बेटे ने कहा- ‘पापा जय हिंद!’

जम्मू-कश्मीर के अनंतना में हुए आतंकी हमले (Anantnag Terrorist Attack) में शहीद हुए न्यू चंडीगढ़ के कर्नल मनप्रीत सिंह (Colonel Manpreet Singh) का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भड़ौजियां में किया गया. पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अलविदा कहा.

Colonel Manpreet Singh की अंतिम यात्रा से जुड़े डिटेल्स 

शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की अंतिम यात्रा का जो स्थल था वो घर से केवल 200 मीटर की दूरी पर था. लेकिन इसे तय करने में 20 मिनट लगे. जिस रास्ते से कर्नल की अंतिम यात्रा गुजरी, उस रास्ते को गांव वालों ने खुद साफ किया. 

Colonel Manpreet Singh: पंजाब के गर्वनर ने कर्नल को दी श्रद्धांजलि 

पंजाब के गर्वनर (Governor Of Punjab) बनवारी लाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) शहीद कर्नल मनप्रीत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. कर्नल मनप्रीत सिंह के 7 साल के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान उसने सैनिक की वर्दी पहनी रखी थी और कहा-पापा जय हिंद

Who Was Manpreet Singh: जानिए, शहीद कर्नल की कहानी

कर्नल मनप्रीत सिंह (Manpreet Singh) ने 2003 में CDS परीक्षा पास की थी. इसके बाद 2005 में वो लेफ्टिनेंट बन गए. कर्नल को 2021 में उनके साहस के लिए बहादुर सेना मेडल से सम्मानित किया गया था. मनप्रीत सिंह का बचपन से ही सपना था कि वो आर्मी ऑफिसर बने. वो शुरू से ही पढ़ाई में अच्छे थे. उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय मुल्लांपुर से हासिल की थी. बीकॉम की (Manpreet Singh’s Education) पढ़ाई सेक्टर-32 एसडी कॉलेज से की थी. मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा भी पास की थी लेकिन सीडीएस की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने सेना में शामिल होने का मन बना लिया. 

Manpreet Singh के व्यक्तिगत जीवन के बारे में 

बता दें, कर्नल की शादी 2106 में हुई थी. उनकी शादी पंचकुला की रहने वाली जगमीत कौर से हुई थी. उनका एक 7 साल का बेटा है और ढाई साल की बेटी. बेटे का नाम कबीर सिंह है और बेटी का वाणी. कर्नल की पत्नी जगमीत पंचकुला में शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं.