महिला आरक्षण बिल संसद में पेश हो गया है.यदि यह विधेयक पास कर दिया जाता है तो लोकसभा में महिलाओं के लिए 181 सीटें रिजर्व ही जाएंगी. इस मौके पर कई फिल्मी कलाकारों को संसद में देखा गया. नए संसद भवन में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा के सांसद मनोज तिवारी के साथ फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत, निशा गुप्ता, लोक गायिका सपना चौधरी और रेसलर बबीता फोगाट भी नजर आईं.
वहीं इस बिल को पेश किए जाने पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा, “ हम सभी एक नए युग की शुरुआत देख रहे हैं. हमारा समय आ गया है. यह गर्ल चाइल्ड का समय है (अब कन्या भ्रूण हत्या नहीं होगी.), यह युवा महिलाओं का समय है (अब सुरक्षा के लिए पुरूषों पर निर्भर होने की जरूरत नहीं), यह अधेड़ महिलाओं का समय है (नहीं आप अनवॉन्टेड नहीं हैं. अब आपके सम्मान में कोई कमी नहीं आएगी, यह बुजुर्ग महिलाओं का समय है (दुनिया को आपके ज्ञान और अनुभव की भी जरूरत है, आपका समय आ गया है), नई दुनिया में आपका स्वागत है. हमारे सपने के भारत में आपका स्वागत है.”
सपना चौधरी ने कहा है कि अभी यह बस पहल है. आगे बहुत सारे बिल पास होने बाकी हैं. महिलाओं का इतना समर्थन देने के लिए सपना चौधरी ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा. वहीं, ईशा गुप्ता ने भी संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पेश करने के केंद्र के फैसले की भी सराहना की है. उन्होंने कहा, “नई संसद के पहले दिन पेश किया गया बिल प्रगति की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. महिलाओं की आवाज सुनना महत्वपूर्ण है. यह विधेयक महिलाओं को सशक्त बनाएगा और पीएम मोदी महिलाओं के लिए ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ सहित विभिन्न पहलों की वकालत करते रहे हैं.”
महिला आरक्षण विधेयक क्या है?
महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा और राज्य की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत या एक तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव है. विधेयक में प्रस्तावित है कि हर आम चुनाव के बाद आरक्षित सीटों को बदला जाना चाहिए. यानी इस बार अगर किसी 10 सीट को आरक्षित किया गया तो अगली बार किसी और 10 सीट को आरक्षित किया जाए. पहले वाली सीटों पर दोबारा आरक्षण लागू न हो.