सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस बार सावन पूरे 2 महीना का होगा. सावन का महीना न सिर्फ भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ माना जाता है बल्कि मनुष्यों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. लेकिन बारिश के कारण इस महीने में कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है. इसलिए, जरूरी है कि आप अपने खान-पान और अपनी सेहत का ख्याल रखें. ऐसे में हम आपको बताएंगे कुछ योगासन जिसे कर के आप खुद को फिट रख सकते हैं. इसके लिए हमने बिहार के योग गुरु अवधेश झा से बात की.
योग निंद्रा का लें लाभ, भगवान भी करते हैं Sawan में विश्राम
अवधेश झा ज्योतिर्मय ट्रस्ट (यूनिट ऑफ योग रिसर्च फाउंडेशन, मियामी, फ्लोरिडा यू.एस.ए के ट्रस्टी एवं अतर्राष्ट्रीय योग समन्वयक हैं. अवधेश झा ने कहा कि सावन का महीना योगी, कवियों और लेखकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. सावन के मौसम में इन लोगों को खुद को सुरक्षित रहना चाहिए. साथ ही अपना ध्यान रखना चाहिए. अवधेश झा ने कहा कि ये मौसम ऐसा होता है कि हम सभी को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए. इसके लिए आप धनुरासन, चक्रासन, जल नमस्कार, बज्रासन, पश्चमोत्तान आदि आसान कर सकते हैं. ये सभी आसान बहुत ही लाभदायक होता है. वहीं आप प्राणायाम कर के खुद को फिट रख सकते हैं. अवधेश झा ने कहा योग निंद्रा से संपूर्ण निंद्रा का लाभ मिलता है. भगवान विष्णु भी सावन के महीने में योग निंद्रा में चले जाते हैं.
शरीर की ऐंठन से छुटकारा पाने के लिए पवनमुक्तासन करें: योग गुरु
वहीं जब हमने उनसे पूछा कि सावन के महीने में शरीर के सभी अंगों में दर्द और ऐंठन होता है इससे बचने का उपाय क्या है. इस पर उन्होंने कहा कि सावन के समय में जिन्हें थाइरोइड, साइनस आदि जैसी बीमारी है उन्हें काफी परेशानी होती है. ऐसे लोगों को तरासन, पवनमुक्तासन, हलासन जैसे योग करने से लाभ मिल सकता है. इसके साथ ही ऐसे लोगों को प्रणायाम करना चाहिए.
अवधेश झा ने कहा कि मानसून से जो शरीर में बदलाव आता है उससे आप योग कर के छुटकारा पा सकते हैं. क्योंकि शरीर में या तो पानी या हवा के माध्यम से बैक्टीरिया घर करता है. योग और विभिन्न प्रणायाम के माध्यम से आप अपने इम्यून को मजबूत कर सकते हैं और बहुत हद तक आपको इन बीमारियों से निपटने में मदद मिलेगी.
ऋषि-मुनि ही नहीं भगवान भी करते हैं योग
योग गुरु ने कहा कि अध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी ये महीना काफी महत्वपूर्ण है. विष्णु और शिव के संयुक्त प्रयास का ये महीना है. इस महीने में विष्णु निंद्रा में चले जाते हैं वहीं शिव इस बीच धरती का भार संभालते हैं. भगवान शिव खुद एक महायोगी हैं. वह प्रायः पद्मासन में बैठे रहते हैं. इससे साफ होता है कि भगवान भी योग करते हैं. इस तरह हम मनुष्यों को भी योग करते रहना चाहिए.
टैग्स- #Yognews #biharnews #sawanspecialnews #sawanandyoga