धूम्रपान शुरू करना तो बहुत आसान होता है. लेकिन इसे छोड़ना (Quit Smoking) काफी मुश्किल. वो कहते हैं न बुरी आदत पकड़ते देर नहीं लगती और अच्छी आदत छूटते. हम अपने आसपास की चीजों से बहुत जल्द प्रभावित होते हैं. इनमें सेे एक है धूम्रपान. यह शरीर के लिए काफी नुकसानदेह होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तंबाकू उत्पादों का किसी भी रूप में सेवन करना शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकता है.
तंबाकू उत्पादों में एसीटोन और टार से लेकर निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे हानिकारक पदार्थ पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को गंभीर रूप से क्षति पहुंचा सकते हैं. धूम्रपान (Side Effects Of Smoking) करने सेे शरीर में कई तरह की जटिलताएं भी आ सकती हैं. साथ ही शरीर के सिस्टम पर इसका दीर्घालिक प्रभाव भी पड़ सकता है. धूम्रपान से शरीर को होने वाले नुकसान (Side Effects Of Smoking) और इसकी गंभीरता को समझने के लिए पढ़ें पूरा लेख.
जानिए, धूम्रपान को लेकर क्या कहती है WHO की रिपोर्ट
क्या आप जानते हैं? एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत वैश्विक स्तर पर दोहन आधारित तंबाकू उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है और तंबाकू से संबंधित बीमारी के कारण प्रतिवर्ष दस लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है. सरकार द्वारा कर लगाए जाने, सरकारी विज्ञापन चलाए जाने, कड़ी चेतवानी वाले लेबल लगाए जाने के बाद भी तंबाकू के उपयोग में गिरावट नहीं आ रही है.
किशोरावस्था में धूम्रपान अब देश मेें एक महामारी बन गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत दुनिया के 12 प्रतिशत धूम्रपान करने वालों का घर है. भारत में हर साल तंबाकू के सेवन करने वाले 10 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है. धूम्रपान छोड़ना (Quit Smoking) हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है. हालांकि, ये कोई एक दिन की बात नहीं है. ये एक लंबी प्रक्रिया है. लेकिन शुरुआत आज से ही करनी होगी. क्योंकि संत कबीर (Saint Kabir) ने कहा है, “ काल करे सो आज करे, आज करे सो अब. पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब”. यहां आपको बता दें कि धूम्रपान को लेकर जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से हर वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है.
Side Effects Of Smoking: धूम्रपान के दुष्प्रभाव
- हृदय रोग का खतरा
धूम्रपान आपके पूरे कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है. निकोटीन, रक्त वाहिकाओं पर दबाव को बढ़ा देती है जिससे रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता है, जिससे हृदय रोग का खतरा का खतरा बढ़ता है. इसके साथ ही अधिक धूम्रपान करने वालों में हाई ब्लड प्रेशर का भी खतरा अधिक होता है जिसे हृदय रोगों के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है.
- उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया तेज
धूम्रपान त्वचा पर समय से पहले झुर्रियां ला देता है. साथ ही त्वचा की सूजन, फाइन लाइन और एज स्पॉट्स को भी बढ़ाता है. निकोटीन रक्त वाहिकाओं को कम करने का कारण बनता है, जिसका अर्थ है आपकी त्वचा की बाहरी परतों में रक्त प्रवाह कम होना. कम रक्त प्रवाह के साथ, आपकी त्वचा को पर्याप्त ऑक्सीजन और महत्वपूर्ण पोषक तत्व नहीं मिलते हैं. इस तरह आपकी उम्र तेजी से बढ़ती है.
- सांस संबंधी समस्या
क्या आप जानते हैं? सांस संबंधी समस्या बढ़ने का एक कारण धू्म्रपान भी हैै. धूम्रपान में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड खून में प्रवेश करता है और आपकी ऑक्सीजन-क्षमता को सीमित करता है. इससे आपको सांस लेने में दिक्कत आती है. यही नहीं धूम्रपान और भी जानलेवा बीमारियों का कारण है. इनमें से एक है फेफड़े का कैंसर.
- आंखों के लिए हानिकारक
धूम्रपान आंखों के लिए भी हानिकारक होता है. इससे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, मधुमेह आदि का खतरा बढ़ जाता है. सिगरेट के धुएं में आर्सेनिक, फार्मलाडिहाइड और अमोनिया शामिल हैं. ये रसायन खून में शामिल होकर आंखों के नाजुक ऊतकों तक पहुंच जाते हैं जिससे रेटिना कोशिकाओं की संरचना को नुकसान पहुंचता है.
- प्रजनन क्षमता को प्रभावित करना
निकोटीन पुरुषों और महिलाओं दोनों के जननांगों में रक्त के प्रवाह को प्रभावित करता है. धूम्रपान पुरुषों में यौन शक्ति की कमी और महिलाओं में यौन से संबंधित समस्याओं को बढ़ा सकता है.
Quit Smoking: धूम्रपान छोड़ने के लाभ
धूम्रपान करना न केवल आपकेे लिए हानिकारक है बल्कि आपके परिवार के लिए भी. इसलिए धूम्रपान छोड़ना (Quit Smoking) बहुत जरूरी है. ये रहे धू्म्रपान छोड़ने के फायदे:
- बल्ड सर्कुलेशन में सुधार होता है
- रक्तचाप और हार्ट की गति स्थिर होती है
- ब्लड में मौजूद निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर सामान्य होता है
- दिल के दौरे का खतरा कम होने लगता है
- रक्त में कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर आधा हो जाता है

धूम्रपान छोड़ने की योजना
धूम्रपान छोड़ना इतना आसान नहीं होता है. लेकिन इतना भी मुश्किल नहीं. वैसे भी जब सफर में आप अकेले हों तो मुश्किल होती है. लेकिन जब साथ देने वाले लोग हों तो मुश्किलें कम होती जाती हैं. सिगरेट छोड़ने के लिए आप घरेलू उपाय का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताएंगे जिनके सेवन से आपको सिगरेट छोड़ने में मदद मिलेगी. वैसे इन उपायों को अमल करने से पहले आप किसी डॉक्टर से संपर्क करें.
- मुलेठी
मुलेठी स्मोकिंग छोड़ने में काफी मददगार साबित हो सकती है. इसका हल्का मीठा स्वाद सिगरेट की तलब को कम करने में मदद कर सकता है. मुलेठी में मौजूद गुण थकान को दूर करने और ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. यदि आपका सिगरेट पीने का मन हो, तो आप मुलेठी का छोटा टुकड़ा मुंह में रख लें. आप चाय बनाने में भी मुलेठी जड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- दालचीनी
दालचीनी में विटामिन, प्रोटीन, सोडियम, थाइमीन, फॉस्फोरस और कैल्शियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसका तीखा और कड़वा स्वाद सिगरेट की तलब को कम करता है. दालचीनी दिमाग की एक्टिविटीज को बढ़ाती है और तनाव को कम करती है. जब भी आपको सिगरेट पीने का मन हो, आप दालचीनी का एक छोटा टुकड़ा मुंह में रखकर चूसते रहें.
- पानी पीएं
‘जल ही जीवन है’…ये तो आपने सुना ही होगा. लेकिन जल सिर्फ जीवन ही नहीं है बल्कि जीवन के हर समस्या का हल भी इसमें ही है. वैसे तो हर एक व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए. लेकिन अगर आपको सिगरेट की लत छोड़नी है तो इसका खास ध्यान दें.

बता दें कि पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. इससे मेटाबॉलिक रेट कंट्रोल में रहता है और स्मोकिंग की आदत भी धीरे-धीरे छूटने लगती है.
- शहद
शहद के तो कई फायदे होते हैं. क्या आप जानते हैं? शहद की मदद से आपको सिगरेट छोड़ने में मदद मिलेगी. शहद में विटामिन, प्रोटीन और मिनरल होते हैं, जो सिगरेट की तलब को कम करने में मददगार हो सकते हैं. सिगरेट की लत से छुटकारा पाना चाहतेे हैं तो रोज एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर पिएं.
- आंवला
आंवला का सेवन करने से आपको सिगरेट छोड़ने में काफी मदद मिलेगी. इसके लिए अदरक और आंवला को बराबर मात्रा में लेकर कद्दूकस करके सुखा लें. इसमें नींबू और नमक डालकर एक एयर टाइट डब्बे में स्टोर कर लें. सिगरेट पीने की तलब हो तो आप इसे इस्तेमाल करेें.
भारत सरकार भी धूम्रपान छोड़ने में करती है मदद
इसके अलावा भारत सरकार ने भी कई ऐसे कदम उठाए हैं जो धूम्रपान छोड़ने में आपकी मदद कर सकता है. आइए, जानते हैं इनके बारे में-
भारत सरकार सिगरेट या तंबाकू के पैकेट पर चित्र और लिखित दोनों रूप से चेतावनी जारी करता है. साथ ही भारत सरकार द्वारा 2018 में एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने का फैसला लिया गया था. ये हेल्पलाइन नंबर है- 1800-11-2356.
वहीं साल 2017 में भारत सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलकर ‘ऐमसेसन’ नाम का एक डिजिटल प्रोग्राम शुरू किया. इस प्रोग्राम के जरिए सरकार लोगों को सिगरेट छोड़ने में मदद करती है.

धूम्रपान छोड़ने के प्रभाव
धूम्रपान छोड़ने के बाद आपके शरीर में बहुत से बदलाव आने लगते हैं. यह एक प्रक्रिया है. इसमें वक्त लगता है. आइए, ekbiharinews आपको धूम्रपान छोड़ने के बाद घंटे दर घंटे होने वाले बदलाव के बारे में बताएगा.
- 8 घंटे बाद
जब सिगरेट छोड़े 8 घंटे हो जाते हैं तो खून में निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा कम हो जाती है. बता दें कि कार्बन मोनोऑक्साइड एक केमिकल है, जो खून से ऑक्सीजन को बाहर निकाल देता है. इस वजह से सिगरेट पीने वालों को मांसपेशियों और मस्तिष्क से जुड़ी दिक्कतें होती हैं.
- 12 घंटे बाद
जब 12 घंटे हो जाते हैं तो शरीर में कार्बन मोनोऑक्साइड स्तर वापस सामान्य होने लग जाता है. इससे सबसे ज्यादा आराम आपके हार्ट को मिलता है, क्योंकि फिर हार्ट को ऑक्सीजन के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी होती.
- एक दिन बाद
अगर आप एक दिन बिना सिगरेट पिये निकाल दें तो आप धीरे-धीरे सामान्य होने लगते हैं. लेकिन येे काफी मुश्किल है.
- दो दिन बाद
क्या आपको पता है कि अगर आप दो दिन तक सिगरेट नहीं पीते हैैं तो आपका स्मैल सेंस अच्छा हो जाता है. आपकी स्वाद और गंध की इंद्रियां तेज हो जाती हैं. साथ ही आपके शरीर मेें सफाई का काम शुरू हो जाता है. शरीर से बलगम आने लग जाते हैं. हालांकि, ये इतना आसान नहीं होता. इस दौरान आपको बैचेनी होगी, चक्कर आएंगे, भूखा या थका हुआ सा महसूस होगा. सिर में तेज दर्द भी होता है. लेकिन धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगती है.
- 2 सप्ताह से 3 महीने बाद
अब तक आपके फेफड़े और मजूबत हो जाएंगे और साफ हो जाएंगे. आपके रक्त प्रवाह में सुधार होने लगता है. आप आसानी से एक्सरसाइज कर पाएंगे. सिगरेट छोड़ने के क्रम में येे एक बहुत अच्छा स्टेज होता है.
- 3-9 महीने बाद
सिगरेट छोड़ने के 3-9 महीने के बीच या इसके बाद आपके शरीर में कई बदलाव होने लगतेे हैं. कुछ बदलाव शरीर केे अंदर होते हैं और कुछ बाहर. इस वक्त तक आप आसानी से सांस ले पाते हैं. आपके चेहरे में निखार आ जाता है. आंखों से भी फर्क साफ दिखाई देता है. साथ ही आप काफी एनर्जेटिक महसूस करते हैं.
- 1 साल बाद
समझिए, अब तक आप पूरी तरह से ठीक हो चुके हैैं. सिगरेट छोड़ने के एक साल बाद हार्ट संबंधी रोग होने का खतरा आधे से ज्यादा कम हो जाता है.
नोट: यह जानकारी अन्य वेबसाइट के माध्यमों से जुटाई गई है. इस लेख में दिए किसी भी तरह केे स्वास्थ्य से जुड़े सुझावों पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
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