बिहार में जहरीली शराब से जाने वाली जान का सिलसिला रूक नहीं रहा है और इसी के साथ नहीं रूक रही है राजनीति. मोतिहारी में हुए घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते सोमवार को मुआवजे की घोषणा की है. वहीं भाजपा इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर लगातार जुबानी हमला कर रही है. मुख्यमंत्री के मुआवजे वाली घोषणा के बाद भी भाजपा नेता रुकने का नाम नहीं ले रहे. बीते रोज सासाराम पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी बिहार सरकार पर हमला बोला. केंद्रीय मंत्री नेे कहा कि बिहार की सरकार शराब माफिया को संरक्षण दे रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के दबाव में मुख्यमंत्री ने मुआवजे की घोषणा तो की है लेकिन उसमें शर्तें लगाकर अपनी नीयत का परिचय दे दिया.
बीते रोज एक कार्यक्रम में शामिल होने केंद्रीय मंत्री सासाराम पहुंचे. वहां जब मीडिया ने उनसे शराब से हुई मौत के बारे में पूछा तो उन्होंने बिहार सरकार की शराब नीति पर सवाल किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शराब माफिया को पनाह देती है. ऐसे में इस सरकार के रहते हुए शराबबंदी कभी सफल नहीं होने वाली है. अश्विनी चौबे ने कहा कि सभी शराब माफिया सरकार में बने हुए हैं और गली-गली शराब बेची जा रही है.
यह भी पढ़ें: पटना के स्कूलों का बदला समय
चौबे ने कहा नीतीश को असंवेदनशील
चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के संवेदनहीनता के कारण ही बिहार में लोग शराब पीकर मर रहे हैं. नीतीश कुमार पूरी तरह से अविश्वसनीय और संवेदनहीन हो गए हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के दबाव के कारण नीतीश कुमार मुआवजा देने के लिए तो मानें लेकिन उसमें भी शर्त लगाकर अपनी नियत का परिचय दे दिया. उन्होंने नीतीश कुमार के बारे में कहा कि वह जहरीली दांत लेकर घूमते हैं और किसी को भी काट सकते हैं.
यह भी पढ़ें: कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में नीतीश-तेजस्वी हुए शामिल
CM ने किया था मुआवजे की घोषणा
बता दें कि कुछ दिन पहले ही राज्य के मोतिहारी जिले में जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की जान चली गई. वहीं इससे पहले भी बिहार के विभिन्न इलाकों से जहरीली शराब पीने से लोगों की जान जाने की खबर आई थी. हालांकि, उस समय तो मुख्यमंत्री ने मुआवजे की बात नहीं की थी. लेकिन इस बार अचानक उन्होंने मुआवजे की बात कर के सभी को हैरान कर दिया है.
मालूम हो कि सीएम ने ऐलान किया है कि जहरीली शराब से जान गंवाने वालों के परिजन को सीएम रिलीफ फंड से मदद मिलेगी. ऐसे लोगों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. यह नियम 2016 से लागू होगा, जब से राज्य में शराबबंदी है. मतलब साफ है कि 2016 से अब तक जहरीली शराब से जिनकी भी जाने गई हैं उनके परिवार वालों को मुआवजा मिलेगा. हालांकि, इसमें एक शर्त रखा गया है. मुख्यमंत्री ने यह साफ कहा है कि यह मुआवजा सिर्फ उन्हें ही मिलेगा जिन मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया हो.
टैग्स- #liquorban #liquorbaninbihar #deathnewsinbihar #ashwinichoubey #sasaramnews #nitishkumar #biharcm