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होली-दिवाली (Holi-Diwali) हो या तीज-करवा चौथ (Teej-Karva Chauth) बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जगहों पर गुझिया उर्फ पेडूकिया जरूर बनता है. कुछ त्यौहार तो आए और चले गए लेकिन अभी कई सारे त्यौहार बाकी हैं. बिहार (Bihar News In Hindi) में मनाया जाने वाला जीतिया व्रत (Jitiya Vrat) भी करीब है. इस पर्व के दिन बिहार में ठेकुआ और पेडूकिया जरूर बनता है. साथ ही करवा चौथ (Karva Chauth) में भी पेडूकिया बनाया जाता है. भगवान को भोग लगाने के बहाने बच्चों का मन गदगद किया जाता है. आखिर हमारे खुशियों का एक कारण और कहें तो श्रोत भोजन ही तो है. जितना पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन मिलता है उतनी ही खुशी मिलती है.
Pedukiya In Hindi: अलग-अलग तरह के बनते हैं पेडूकिया
पेडूकिया (Pedukiya) वैसे तो एक ऐसा पकवान होता है जो अपने डिजाइन के लिए काफी लोकप्रिय है. मैदा का शेप बनाकर इसमें काजू, मेवा, सूजी, चीनी आदि का मिश्रण बनाकर भरते हैं. कई बार लोग तरह-तरह की चीजें इसमें डालते हैं जैसे कि काजू और नारियल का बूरादा, तो कहीं सूजी और चीनी, तो कहीं सिर्फ मेवा. लेकिन Ek Bihari News की टीम के साथ सफर पर निकलने के बाद मालूम हुआ कि बिहार के गोपालगंज (Goplaganj News In Hindi) में यह पकवान कुछ अलग ही तरह से बिकता है. यहां का पेडूकिया देश भर में मशहूर है. जो लोग विदेश में रहते हैं वो भी गोपालगंज से पेडूिकया पैक करा कर ले जाते हैं. अब तक आपके मुंह में पानी भी आ गया होगा और आपकी उत्सुकता भी बढ़ गई होगी. हम आपकी पेट और जीभ की लालच को तो कम नहीं कर सकते लेकिन आपकी जिज्ञासा को कम करने में मदद जरूर कर सकते हैं.
बिहार के गोपालगंज का पेडूकिया, विदेशों से भी मंगाते हैं लोग
गोपालगंज भ्रमण के दौरान Ek Bihari News की टीम पहुंची गोपालगंज के मशहूर थावे मंदिर (Thave Mandir). मंदिर के दर्शन और वहां रिपोर्टिंग के बाद हमने सोचा कि क्यों न हो जाए थोड़ी पेट पूजा. वैसे भी काम पूरा करने के बाद जो भूख लगती हो उसकी अलग ही बात होती है. खाने की तलाश में हमें मालूम हुआ कि यहां का पेडूकिया काफी मशहूर है. जो लोग थावे मंदिर माता के दर्शन के लिए आते हैं वो यहां का पेडूकिया जरूर खाते हैं. इसलिए हमने भी पेडूकिया चखने का मन बनाया और पहुंच गए गौरी शंकर मिष्ठान भंडार (Gauri Shankar Misthan Bhandar Shop). कहा जाता है यह सालों पुरानी दुकान है. यहां मिलने वाला पेडूकिया बाकी पेडूकिया से थोड़ा अलग है. इसमें भरावन डालकर इसे पकाया जाता है फिर चासनी में डूबाया जाता है. इस तरह यह लजीज पेडूकिया तैयार होता है.
हमने यहां के दुकानदार उमाकांत प्रसाद से बात की. दुकानदार ने कहा सोमवार और शुक्रवार के दिन इस दुकान पर काफी भीड़ रहती है क्योंकि इस दिन ही श्रद्धालु ज्यादा संख्या में मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं. उमाकांत ने कहा कि उनके दुकान में बनाई जाने वाली पेडूकिया के लिए मेवा और घी खगड़िया जिले (Khagaria News In Hindi) से आता है. उनका कहना है कि इस पेडूकिया के लिए पहले शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जाता था. हालांकि, बढ़ती मंहगाई के इस दौर में घी का स्थान डालडा और अन्य प्रकार की मिलावटी घी ने ले लिया. बता दें, यहां का पेडूकिया दूर-दूर तक मशहूर है. भारत ही नहीं विदेशों में भी गोपालगंज के इस पेडूकिया को काफी पसंद किया जाता है. यहां पर 15 रुपये का एक पेडूकिया मिलता है और 200 रुपये प्रति किलो.
Pedukiya Recipe In Hindi: कैसे बनाएं पेडूकिया?
गुझिया या पेडूकिया बनाने के लिए सबसे पहले इसका भरावन तैयार कर लें. इसके लिए खोया में काजू पेस्ट, भूना हुआ सूजी, चीनी मिला लें. इस तरह आपका भरावन तैयार हो जाएगा. इसके बाद गुझिया बनाने के लिए (Gujiya Recipe-Making Method in Hindi) आटा तैयार कर लें. इसके लिए घी को मैदा में डाल कर मिला लें. इसके बाद दूध को भी आटे में मिलाएं. पानी डालकर कड़ा आटा गूथ लें.
इस आटा को आधे घंटे के लिए छोड़ दें. इसके बाद इसे फिर से हल्का गूथ लें और इसकी छोटी-छोटी लोई बना लें. इस लोई से पूरी जैसा बेल लें और उसमें भरावन डालकर इसे बंद कर लें. पेडूकिया में डिजाइन देने के लिए आप सांचे का भी प्रयोग कर सकते हैं. इसके बाद इसे घी में तल लें. आपका गुझिया तैयार है.
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